अब परीक्षा अधीक्षक की नियुक्ति पर विवाद

बिलासपुर। स्थानीय राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अब वार्षिक परीक्षा के लिए अधीक्षक की नियुक्ति को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। छात्र संगठन बीएसए ने इस नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए शुक्रवार को इसके विरोध में नारेबाजी की। बीएसए ने परीक्षा अधीक्षक को तुरंत बदलने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि ऐसा न होने की स्थिति में आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
बिलासपुर कालेज में परीक्षा अधीक्षक की नियुक्ति को लेकर उठा विवाद दरअसल पिछले साल शैक्षणिक सत्र के बीच हुए तबादलों से जुड़ा है। छात्र संघ के चुनाव के बाद कालेज से म्यूजिक लेक्चरर समेत चार प्राध्यापकों की ट्रांसफर किया था। उनके स्थान पर कुछ प्राध्यापकों ने यहां ज्वाइन भी कर लिया था। बीएसए ने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए इसका विरोध किया था। बाद में अदालत के आदेशों से तबादले रद हुए थे। इसके चलते दूसरे कालेजों से स्थानांतरित होकर यहां आए प्राध्यापकों को वापस लौटना पड़ा था। इनमें से म्यूजिक के एक प्रवक्ता को कुछ दिन पहले प्रेक्टिकल एग्जाम के लिए बिलासपुर कालेज भेजा गया था। उस दौरान भी विद्यार्थियों ने इसका विरोध किया था। अब उसी प्राध्यापक को परीक्षा अधीक्षक नियुक्त करना छात्रों को रास नहीं आ रहा है। इसके विरोध में शुक्रवार को छात्र संगठन बीएसए ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
बीएसए का आरोप है कि बीते वर्ष तबादला आदेश रद होने के कारण वापस पुराने कालेज लौटने वाले एक लेक्चरर ने विद्यार्थियाें को परीक्षा अधीक्षक के रूप में यहां ड्यूटी देकर ‘देख लेने’ की धमकी दी थी। नियुक्ति में विश्वविद्यालय के नियमों की अनदेखी हुई है। इस मौके पर बीएसए के कैंपस अध्यक्ष ओमप्रकाश के साथ ही नीरज, अंकुर, मनु, अजय, अनूप, रजत, सरोज, मनीष, नवीन, भरत, अनिरुद्ध, पूजा, मीनाक्षी, आरती व सुनीता आदि मौजूद थे।
कालेज प्राचार्य प्रो. आरपी चोपड़ा ने कहा कि यह मामला उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर का है। परीक्षा के लिए अधीक्षक की नियुक्ति विवि से की जाती है।

Related posts